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Insaan bann lyrics in hindi J trix. Insaan bann एक rap song हैं जिसे J trix ने perform किया हैं। Insaan bann song J trix के एल्बम “Bohot Sahi” का track हैं। इस rap song का music Subspace ने produce किया हैं जबकि compose किया हैं J trix और Subspace ने।
Insaan bann lyrics J trix ने लिखें हैं। Insaan bann song को youtube के “Kalamkaar” channel पर रिलीज़ किया गया हैं।

Insaan Bann Song Details:-
Title – Insaan Bann
Album – Bohot Sahi
Artist – J Trix
Written by – J Trix
Music – Subspace
Composer – J Trix & Subspace
Label – Kalamkaar
Release date – January 22, 2021
Insaan bann lyrics in hindi – J trix
पैसा और शोहरत कभी काफी नहीं
नफरत से मिलती नफरत खुशियाँ आती नहीं
दो पल की ज़िंदगी में देखा इतना की अब
लगता जैसे कुछ भी साला बाकी नहीं
ज़िंदगी circus हैं यहाँ पे सारे joker
हँसते रहते आगे लोग पीछे बोझ ढो कर
सबकी ज़िंदगी हैं तकलीफ़ों से ही भारी
तो ना ख़रोंच उसको कर मदद भला इंसान हो कर
वो कर जिससे लोग याद रखे तुझे
मरने के बाद भी चले तेरा नाम लेके दूजे
वो भी ज़िंदगी हैं किस काम की
अगर हर समय तुझे बस अपनी ख़ुशियाँ
और अपनी ही परेशानी सूझे
कल हो ना हो
आज जो मिला हैं तो
खुदसे और दुसरो से बस
इंसानियत के नाते होड़
बुरा ना सोच आगे पहोंच
दूजे के भी रास्ते खोज
एक दूसरे का सहारा बन ना बन किसी पे बोझ
ज़रा देख अपने आस पास का मंजर
जात के हैं नाम पे चलाते लोग ख़ंजर
बन चुका व्यापार इनको जान की कोई कीमत नहीं
इंसान ही सबसे बेहतर
और इंसान ही सबसे बदतर
सिर हद हो चुकी हैं सरहद पे
कब तक चलेगी जंग इन घावों के कोई मलहम नहीं
लिख सके जो ढंग से आज ऐसी कलम नहीं
क्योंकि अब आज़ादी के मतलब से किसीको मतलब नहीं
तू इंसान बन
सोच को दबा इससे पहले सोच दबोच ले
तू इंसान बन
साथ रह हमेशा ना हैं बड़ी चीज़ पैसा
तू इंसान बन
सोच को दबा इससे सोच दबोच ले
तू इंसान बन
साथ रह हमेशा ना हैं बड़ी चीज़ पैसा
बिक गयी हैं सोच तेरी
क्योंकि भड़का तू भड़काने से
जाने अनजाने में
आया तू बहकावे में
माना जो भी कहते गए
गुम हुआ शोर शराबों में
दिखे ना असली चेहरे
जो छुपे हुए थे इन नकाबों में
अब हैं सन्दूक तुम्हारे कंधों पे
गोलियाँ चलाई रख के बंदूक तुम्हारे कंधों एप
घायल तेरे अपने तो
ये खून तुम्हारे पंजो में
अब मुझको तू बता दे क्या हासिल हुआ इन दंगो से
समझदार को इशारा काफी
तूफ़ान में फसे हुए माँझी को किनारा काफी
हर एक खबर को
तेरी सोच का सहारा काफी
क्यूँकि कुछ लोगो को
बस एक पैसे का लिफाफा काफी
सच बोलने वालो के मुँह पे लगाया ताला
पहले था शक़
अब तो पूरा दाल ही हैं दिखता काला
सबको पता हैं
चारो ओर नाइंसाफी हैं
पर जब तक खुद हैं safe
वहीं हमारे लिए काफी हैं?
तू इंसान बन
सोच को दबा इससे पहले सोच दबोच ले
तू इंसान बन
साथ रह हमेशा ना हैं बड़ी चीज़ पैसा
तू इंसान बन
सोच को दबा इससे सोच दबोच ले
तू इंसान बन
साथ रह हमेशा ना हैं बड़ी चीज़ पैसा